
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला,Uttarkashi. जिनके खून में सामाजिक परिवर्तन और समाज को बेहतर बनाने का जुनून होता है वह अपने बुलंद हौसलों से इतिहास लिखते है ऐसे ही एक सामाजिक कार्यकर्ता है विनोद डोभाल…. जो अपने दृढ़ संकल्प के साथ तुलसीदास जी की पंक्ति “परहित सरिस धर्म नहिं भाई” को चरितार्थ कर रहे हैं। वैसे तो विनोद डोभाल अब तक कई जनहित के कार्य कर चुके हैं लेकिन अब उन्होंने नशा मुक्ति को लेकर भी एक मुहिम शुरू की है। रवांई घाटी में ड्रग्स के चुंगल में फंसे युवाओं को खेल के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उन्होंने बड़कोट में पहली बार राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया।
रवांई घाटी का अधिकांश युवा वर्ग आज नशे की दलदल में फंसा हुआ है। कई युवा इसके आदी हो गए है इतना ही नही ड्रग्स की ओवरडोज से यहां कई युवाओं की मौत भी हो चुकी है, बावजूद इसके क्षेत्र में दिन प्रतिदिन ड्रग्स का करोबार बढ़ता ही जा रहा है।
रवांई घाटी के युवा समाजसेवी विनोद डोभाल ने क्षेत्र में नशा खोरी को समाप्त करने के उद्देश्य से बड़कोट में सब जूनियर 21वीं राज्यस्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन कर युवाओं को एक संदेश दिया है। रवांई घाटी में पहली बार किसी प्रदेश स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ है।
युवा देश का भविष्य हैं, लेकिन नशे की लत में पड़कर दिशाहीन हो रहे हैं। युवाओं को नशे से मुक्त कराना है तो खेलों की ओर उनका जुड़ाव बढ़ाना होगा। हमें उन्हें विकल्प देने होंगे, बेहतर मैदान और सुविधाएं देनी होंगी।
यदि युवा खेल मैदान में आएगा तो निश्चित ही नशे की लत से स्वयं ही दूर होता चला जाएगा। खेल जीवन में अनुशासन भी सिखाता है।
युवाओं में खेलों के प्रति रुचि उन्हें नशे से दूर रखने में सहायक होती है। युवाओं को चाहिए कि वे अपने अंदर खेलों के प्रति लगाव पैदा करते हुए किसी भी खेल का हिस्सा बनें। नशा खत्म करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है : विनोद डोभाल अध्यक्ष कबड्डी एसोसिएशन उत्तरकाशी।
बिना किसी पद पर रहते समाज हित में अनेक कार्य कर रहे हैं युवा समाजसेवी विनोद डोभाल “कुतरू भाई”