
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला। वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अधिकारियों के पर्यटकों की संख्या सीमित करने के एक आदेश को लेकर सांकरी क्षेत्र के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग यहां इस आदेश को निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलनरत है।
शुक्रवार को रवांई जन एकता मंच के बैनर तले क्षेत्र के एक शिष्टमंडल ने उपजिलाधिकारी पुरोला के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में 20 नवंबर तक इस आदेश को निरस्त न करने पर 21 नवंबर से तहसील कार्यालय पुरोला में पर्यटन व्यवसायियों ने गाजे,बाजों के साथ जुलूस प्रदर्शन करने के साथ ही आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी भी दी है।
गोविंद वन्य जीव विहार के केदारकांठा एवं हरकीदून आदि विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में विभागीय अधिकारियों द्वारा पर्यटकों की संख्या सीमित करने एवं दिसंबर से शीतकाल के लिए प्रतिबन्धित करने के एक आदेश को लेकर सांकरी, नैटवाड़, मोरी क्षेत्र के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में भारी रोष व्याप्त है। बृहस्पतिवार को क्षेत्र के सभी टूर आपरेटर, कम्पनी मालिक, टेम्पो, बोलेरो, कैम्पर, घोड़ा, खच्चर मालिक, होटल, रेस्टोरेंट मालिक, होमस्टे संचालक सभी पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने सांकरी में इस आदेश को लेकर जुलूस प्रदर्शन कर विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की थी । शुक्रवार को क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में पुरोला पहुंचकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने 20 नवंबर तक आदेश निरस्त न करने पर 21 नवंबर से तहसील पुरोला में धरना-प्रदर्शन के साथ ही भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। इस अवसर पर चंद्रमणी रावत, चैन सिंह रावत, प्रहलाद सिंह रावत, शूरवीर सिंह रावत, कुलदीप राणा आदि मौजूद थे।
मेरी तरफ से कोई भी नया आदेश नही निकाला गया है। यह आदेश पहले का बना हुआ है। आदेश चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के यहां से निर्गत हुआ है मेरी इसमें कोई भूमिका नहीं है। डा0 अभिलाषा सिंह उप निदेशक गोविन्द वन्य जीव विहार पुरोला।