
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
नौगांव uttarkashi: हिसर संस्था की संस्थापक स्वतंत्री बंधानी ने कहा कि मंडूवा, झंगोरा, कौंणी, मक्का, चौलाई आदि मोटा अनाज भोजन में शामिल करना चाहिए। इसमें पोषक तत्वों की अधिकता के साथ ही बीमारियों को रोकने एवं इम्युनिटी पावर को बढ़ाने की क्षमता होती है।
बाल विकास परियोजना नौगांव द्वारा वार्ड नंबर06 देवलसारी में पोषण माह के तहत आयोजित जागरूकता शिविर में बतौर मुख्य अतिथि हिसर संस्था संस्थापक स्वतंत्री बंधानी ने शिविर में उपस्थित सभी लोगों से पोषण तथा अपनी जीवनशैली में सही खान पान अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पौष्टिक खान-पान, पारंपरिक भोजन और मोटा अनाज जो स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होते हैं, इन्हें दैनिक भोजन में सम्मलित करना चाहिए। इनमें पोषक तत्वों की अधिकता होने के साथ ही एक स्वस्थ आहार, अच्छे स्वास्थ्य और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है। यह बीमारियों को रोकने, ऊर्जा स्तर में सुधार करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है।
बाल विकास परियोजना सुपरवाइजर उषा जोशी ने ग्रामीणों को संतुलित आहार के महत्व के बारे में जागरूक करते हुए उपस्थित महिलाओं को पोषण के 5 सूत्र, पौष्टिक आहार, एनीमिया और डायरिया की रोकथाम, स्वच्छता तथा विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य किशोर, किशोरी, गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषण के विषय में जागरूक करना और उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है। इस अवसर पर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के समन्वयक दिनेश कोठियाल ने भी विभिन्न जानकारियां प्रदान की।
शिविर में आंगनबाड़ी केंद्र देवलसारी द्वारा स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम के अंत में नगर पंचायत नौगांव की स्वच्छता ब्रांड एंबेसेडर स्वतंत्री बंधानी द्वारा उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई और आंगनबाड़ी परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में सुपरवाइजर उषा जोशी, रजनी राणा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती उर्मिला रावत, रुक्मणी सेमवाल, बामू रावत, अनुराधा नौटियाल, उर्मिला, कुसुम, रानी, सुमित्रा सहित गर्भवती धात्री माताओं ने प्रतिभाग किया।