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केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रोपे जाएंगे बांस-पीपल के पौधे : उत्तरकाशी जनपद में 16 जुलाई से वृहद वृक्षारोपण करने के निर्देश 

पत्रिका न्यूज नेटवर्क 

RUDRAPRAYAAG: केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर हरेला कार्यक्रम के तहत विशेष पौधा रोपण किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने डंपिंग जोन एवं क्रैश बैरियर के निचले हिस्सों में संभावित स्थानों पर बांस, पीपल, अशोक सहित अन्य पौधे रोपे जाएंगे। यात्रा मार्ग का सौंदर्यीकरण होने के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से सोनप्रयाग तक सड़क किनारे पौधा रोपण का लक्ष्य हरेला के अंतर्गत रखा गया है। वहीं पैदल यात्रा मार्ग पर वन विभाग लिंचोली में बुरांश सहित अन्य जंगली पेड़ों की वाटिका तैयार करेगा।

सोमवार को विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जीएस खाती की अध्यक्षता में हरेला पर्व एवं एक पेड़ मां के नाम अभियान की रणनीति तैयार की गई। इस दौरान वन विभाग, उद्यान, कृषि विभाग सहित संबंधित विभागों ने हरेला पर्व के दौरान पौधा रोपण को लेकर अपने लक्ष्य पेश किए। मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जीएस खाती ने कहा कि हरेला पर्व सहित मानसून अवधि में एक पेड़ माॅ के नाम अभियान के तहत पूरी रणनीति के साथ पौधारोपण किया जाना चाहिए। अभियान के तहत दो लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके लिए सभी विभाग वन विभाग, उद्यान, कृषि विभाग से संपर्क साध लें। केदारानाथ हाईवे पर सुरक्षा एवं सुंदरता की दृष्टि से बांस, पीपल एवं अन्य ऐसे पौधे रोपे जाएं जिनसे भूस्खलन एवं भू- क्षरण से राहत मिले। भविष्य में यह पेड़ बड़े होने पर दुर्घटना रोकथाम में भी सहायक साबित होंगे। उन्होंने केवल पौधा रोपण तक सीमित न रहने एवं पौधों की देखभाल करने के निर्देश भी संबंधित विभागों को दिए। वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी को जनपद के सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी केद्रों में मोरिंगा एवं अन्य पौष्टिक व आयुर्वेदिक पौधे रोपने के निर्देश दिए।

UTTARKASHI: उत्तरकाशी जनपद में 16 जुलाई से वृहद वृक्षारोपण अभियान संचालित किया जाएगा।जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को इस अभियान को लेकर पूरी तैयारी सुनिश्चित कर व्यापक जन-भागीदारी के साथ संचालित करने और जल संरक्षण गतिविधियों के लिए चिन्हित क्षेत्रों में अभियान के दौरान प्राथमिकता से वृक्षारोपण किए जाने के निर्देश दिए हैं।

हरेला पर्व से शुरू होने वाले वृहद वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों को लेकर जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार इस वर्ष हरेला पर्व की थीम ‘पर्यावरण की रखवाली, घर-घर हरियाली, लाये समृद्धि और खुशहाली‘ रखा गया है। हरेला पर्व व वृक्षारोपण अभियान को जन अभियान बनाए जाने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को गांव-गांव तक संचालित कर इसमें ग्राम पंचायतों व वन पंचायतों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण के लिए पंचायतों व विभागों हेतु लक्ष्य तय किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि वृक्षारोपण हेतु अपेक्षित मात्रा में पौधे स्थल पर पहॅुचाए जाने की स्पष्ट कार्ययोजना बनाई जाय। जिलाधिकारी ने ‘सारा‘ के तहत जल संरक्षण गतिविधियों के लिए चिन्हित 20 सहायक नदियों एवं 60 जल स्रोतों से लगे क्षेत्रों को अभियान के केन्द्र में रखे जाने और चौड़ी पत्ती वाले वृक्षारोपण को प्राथमिकता दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालयों, कार्यालयों व आवासीय परिसरों में फलदार, शोभाकार वृक्षारोपण किया जाय। वन विभाग को वन पंचायतों व विद्यालयों तक पौधों की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मियों के मौसम में जलसंकट से प्रभावित क्षेत्रों के जल स्रोतों का संरक्षण करने के लिए भी अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने वन, ग्राम्य विकास, उद्यान, जलागम, पंचातीराज, शहरी विकास विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को कहा कि अभियान को लेकर विभागवार निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति और रोपित पौधों के रख-रखाव के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाय और सभी विभाग परस्पर समन्वय व जनभागीदारी से इस अभियान को सफल बनांए।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने कहा कि इस अभियान में ग्राम व वन पंचायतों के साथ ही युवक व महिला मंगल दलों, स्वयं सहायता समूहों और अन्य संगठनों को भी जोड़ा जाएगा। प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी ने अभियान एवं वन विभाग की तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के में पहले तीन दिनों में तय लक्ष्य के सापेक्ष पचास प्रतिशत पौधे रोपित किए जाएंगे।

बैठक में हरेला पर्व व वृहद वृक्षारोपण अभियान की रूपरेखा तय करने के साथ ही अंतिम दौर की तैयारियों की समीक्षा के लिए फिर से जिला स्तर पर संबंधित विभागों की बैठक करने का भी निश्चय किया गया है।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी अपर यमुना वन प्रभाग रविन्द्र पुंडीर, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क आरएन पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी, उप जिलाधिकारी डुंडा नवाजिश खलीक, मुख्य शिक्षा अधिकारी एनएस बिष्ट, परियोजना निदेशक डीआरडीए पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस पांगती, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र शैली डबराल, उप निदेशक जलागम अजय कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी मयंक गर्ग, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास यशोदा बिष्ट, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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