अधीक्षण अभियंता ने एई को सर बडियार क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर बाढ़ सुरक्षा कार्य का सर्वेक्षण करने के दिए निर्देश

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला,Uttarkashi, विकासखण्ड के सुदूरवर्ती सर बडियार क्षेत्र में गत वर्ष आई आपदा से ग्रामीणों की कई हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी, लेकिन यहां बाढ़ सुरक्षा के कार्य तो दूर अभी तक अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण तक नहीं किया गया है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्र भ्रमण पर पुरोला पहुंचे सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता से ग्रामीणों ने भेंट कर उन्हे वस्तु स्थिति से अवगत कराया। अधीक्षण अभियंता ने सहायक अभियंता को क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर शीघ्र वहां बाढ़ सुरक्षा कार्य का सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
गत वर्ष पुरोला विकासखंड के सुदूरवर्ती सर बडियार क्षेत्र के मसराना, सकराला, कुराल्टी, लुणेठी, चोचराई तोक में भारी अतिवृृष्टि से क्षेत्र के सात गांव की सैकड़ों हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह हुई थी। कृषि भूमि की सुरक्षा हेतु यहां बाढ़ सुरक्षा कार्य करने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन को अवगत करा चुके हैं लेकिन बाढ़ सुरक्षा कार्य तो दूर अभी तक यहां का स्थलीय निरीक्षण तक नहीं किया गया। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य जयवीर सिंह रावत के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने पुरोला क्षेत्र भ्रमण पर आएं सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय राज से मुलाकात कर शीघ्र वहां बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू करने की मांग की है। उन्होंने अधीक्षण अभियंता को अवगत कराया कि अगर यहां शीघ्र बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू नही किया गया तो आगामी वर्षात में यहां पुनः भारी मात्रा में कृषि भूमि के तबाह होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
शिष्टमंडल ने अधीक्षण अभियंता को बताया कि कमल नदी से गत वर्ष उप जिला चिकित्सालय पुरोला परिसर में भी भारी कटाव हुआ था लेकिन यहां भी अभी तक बाढ़ सुरक्षा कार्य नही किया गया, जिससे चिकित्सालय परिसर को खतरा बना हुआ है। शिष्टमंडल ने अधीक्षण अभियंता से धान की रोपाई से पूर्व क्षेत्र की सभी सिंचाई नहरों को दुरस्त करने की मांग भी की। इस अवसर पर भाजपा नेता बद्री प्रसाद नौडियाल, रवांई वैली पत्रकार संगठन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह चौहान भी मौजूद थे।