
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला,Uttarkashi. मोरी ब्लॉक के जखोल एवं धारा गांव के ग्रामीणों की भेड़, बकरिया आजकल अज्ञात बीमारी की चपेट में हैं। इस अज्ञात बीमारी से अबतक करीब तीन सौ भेड़, बकरियों की मौत हो चुकी है। बीमारी का पता न चलने के कारण भेड़ पालक दहशत में है।
मोरी ब्लॉक के ग्रामीणों की भेड़, बकरिया आजकल चुगान हेतु मसूरी के जंगलों में हैं। मसूरी के मोती धार एवं सेरागाड स्थित जंगल में जखोल तथा धारा गांव के ग्रामीणों की भेड़, बकरिया वहां अज्ञात बीमारी की चपेट में है। इस अज्ञात बीमारी से हाकम सिंह, सूरज रावत, बरू पंवार, दयाराम, दिनेश नौटियाल, ज्ञान सिंह, सैदर सिंह, नत्थी सिंह, शांति प्रसाद, जयवीर सिंह, जगत सिंह, तिलक सिंह, ताजीराम, बहतर सिंह, दिनेश रावत की करीब तीन सौ भेड़,बकरियों की मौत हो गई है तथा अधिकांश बीमारी की चपेट में है। जखोल गांव निवासी भेड़पालक राजेंद्र रावत ने बताया कि पशुलोक ऋषिकेश एवं देहरादून से पशु चिकित्सकों की टीम भी यहां पहुंची थी, लेकिन बकरियों के मरने का सिलसिला जारी है। उन्होंने बताया कि उनकी टोली में 900 भेड़ बकरी थी जिसमें तीन सौ की मौत हो चुकी है तथा अधिकांश बीमारी की चपेट में है।
बीमारी के लक्षण
बकरियों के मुंह, जीभ, गले पर दाने होने के साथ ही दो, तीन दिन तक नाक से पानी बहने के बाद बकरियों की मौत हो रही है।