
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
नौगांव/पुरोला। प्रान्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल यमुनाघाटी के व्यापारियों ने अतिक्रमण की श्रेणी में आ रहे व्यापारिक प्रतिष्ठानों की तोड़- फोड़ करने से पहले प्रतिष्ठान स्वामियों के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की है। उन्होंने इस मांग को लेकर नौगांव में व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष कबूल सिंह पंवार व पुरोला में नगर अध्यक्ष बृजमोहन चौहान के नेतृत्व में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले पर्वतीय राज्य में सड़कों के किनारे सड़क सीमा से बाहर हजारों छोटे-छोटे व्यापारी पिछले 50-60 वर्षों से व्यवसाय कर रहे हैं। किन्तु वर्तमान में माननीय उच्च न्यायालय का हवाला देते हुए इन्हें अतिक्रमण की श्रेणी में मानते हुए चिन्हित कर तोड़-फोड़ की कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने कहा कि संगठन अतिक्रमण का समर्थन नहीं करता है लेकिन जनपद के हजारों व्यापारियों को उजाड़कर उन्हें बेरोजगार कर देने से प्रदेश सरकार की नीतियों के अनुकूल उचित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विगत कई दशकों से व्यापारी स्वरोजगार के माध्यम से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं साथ ही व्यापारियों ने राज्य के तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से ऐसे प्रभावित व्यापारियों के लिए ठोस नीति बनाने के साथ ही उनके पुर्नवास की व्यवस्था करने की मांग की है। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र असवाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वर्णकार अमीचंद शाह, अंकित पंवार, सतीश चौधरी आदि व्यापारी मौजूद थे। नौगांव में व्यापारियों ने कबूल सिंह पंवार के दूसरी बार व्यापार मंडल का जिलाध्यक्ष बनने पर फूल मालाओं से उनका स्वागत भी किया। उधर बड़कोट में भी व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी के नेतृत्व में व्यापारियों ने प्रदर्शन कर सीएम को ज्ञापन भेजा।