
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला,Uttarkashi: बीएल जुवांठा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला में अध्ययनरत छात्र, छात्राओं सहित मोरी, पुरोला विकासखंड के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण हेतु महाविद्यालय में शीघ्र उद्यमिता प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जाएगी।
प्रदेश सरकार ने उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु राज्य में देवभूमि उद्यमिता योजना (डीयूवाई) शुरू की है।
डीयूवाई का उद्देश्य राज्य भर के युवाओं को उद्यमशीलता कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से युवाओं को उद्यमिता कौशल विकसित करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
इस योजना हेतु उच्च शिक्षा विभाग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के बीच एक समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है, तथा योजना हेतु बजट का प्रावधान भी किया गया है। योजना के अन्तर्गत युवाओं को आजीविका के रूप में स्वरोजगार को अपनाने हेतु प्रशिक्षित करके अपने उद्यम स्थापित करने हेतु बौद्विक रूप से प्रेरित करना है। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों से प्राचार्यों एवं चयनित प्राध्यापकों को फैकल्टी मेन्टर के रूप में प्रशिक्षित करने हेतु भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद में दिनांक 28-07-2024 से 02-08-2024 तक गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला के प्राचार्य प्रो०एके तिवारी ने भी प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे डा० तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय पुरोला में उद्यमिता शिक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जाएगी। यह उद्यमिता केन्द्र महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक कर स्वरोजगार हेतु सघन प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार अपनाने एवं स्वयं के उद्यमों को स्थापित करने हेतु पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, साथ ही उद्यम स्थापित करने हेतु उनकी व्यवसाय प्रस्ताव की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर )तैयार कर शीड मनी भी उपलब्ध कराई जाएगी। महाविद्यालय में स्थापित उद्यमिता केन्द्र में महाविद्यालय के छात्रों के अतिरिक्त पुरोला / मोरी विकासखण्ड के स्थानीय बेरोजगार युवाओं को भी प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार अपनाने हेतु तैयार किया जाएगा | डा० तिवारी ने बताया कि उद्यमिता का वर्ष पर्यन्त क्रियान्वयन हेतु एक वार्षिक गतिविधि कैलेण्डर तैयार किया जाएगा। जिसके अन्तर्गत दो दिवसीय बूट कैम्प आयोजित होगा साथ ही चिन्हित अभ्यर्थियों हेतु एक 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम ( ईडीपी ) का आयोजन भी किया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरान्त इच्छुक छात्रों को परियोजना रिपोर्ट तैयार करने तथा वित्तीय सहायता दिलाने हेतु सार्थक प्रयास किए जाएंगे।