
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला। उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक गायिका बिस्मिल्लाह खाॅ पुरूस्कार से सम्मानित रेशमा शाह ने मोरी ब्लाक के खेड़मी गांव पहुंचकर गढ़वाली गानों की शूटिंग की। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मेल मुलाकात भी की। सड़क मार्ग न होने के कारण रेशमा शाह अपनी टीम के साथ यहां पैदल गांव पहुंची।
प्रसिद्ध लोक गायिका रेशमा शाह अपने गीतों की शूटिंग करने हेतु शुक्रवार को प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर खेड़मी गांव पहुंची। केदारकांठा की तलहटी पर बसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर खेड़मी गांव में रेशमा शाह दो दिन तक अपनी टीम के साथ शूटिंग करेंगी।

सुदूरवर्ती ग्राम पंचायत खेड़मी गांव के ग्रामीण आज भी सड़क सुविधा के लिए तरस रहे हैं। घने जंगल, शुद्ध वातावरण एवं देवी, देवताओं के तपोस्थल, मंदिर आदि प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर खेड़मी गांव अपनी पौराणिक पारंपरिक वेशभूषा,भाषा,बोली एवं संस्कृति के लिए जाना जाता है।
अपनी बोली भाषा और लोक संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। आज अक्सर देखने को मिल रहा है कि कई लोग ऐसे है जो अपने बच्चों को अपनी बोली भाषा नहीं सिखाते। अपनी संस्कृति को छोड़कर पश्चिमी देशों की संस्कृति को अपना रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। रेशमा शाह
रेशमा शाह बताती है कि सड़क विहीन यह पहला गांव नही है इससे पूर्व भी वह ग्रामीण क्षेत्र की संस्कृति को जीवंत रखने एवं उसे संवारने हेतु अनेकों गांव का पैदल भ्रमण कर चुकी है।
रेशमा शाह बचपन से संगीत की मुरीद रही है जिससे गायन के क्षेत्र में आज भारत ही नही विदेश में भी उनकी एक अलग पहचान बनी हुई है। गांव पहुंचने पर ग्राम प्रधान सुरेन्द्र सिंह, अनिल पंवार सहित ग्रामीणों ने रेशमा शाह का भव्य स्वागत किया।