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प्राकृतिक स्रोत से घोड़े, खच्चरों के माध्यम से ढो रहे हैं ग्रामीण पीने का पानी

पत्रिका न्यूज नेटवर्क 

बड़कोट, UTTARKASHI: नौगांव विकासखंड के पाली ग्राम पंचायत के बढ़ाता तोक के ग्रामीण आधा किलोमीटर दूर प्राकृतिक स्रोत से घोड़े, खच्चरों से पानी ढो रहे हैं। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन के तहत अभी तक पेयजल योजना का सर्वेक्षण तक नही किया गया है। ग्रामीणों ने यहां शीघ्र पेयजल योजना बनाने की मांग की है।

पेयजल की समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जल जीवन मिशन योजना की शुरूआत की गई है। योजना के तहत जहां ग्रामीणों को पानी लाने के लिए दूर कई किमी पैदल चलकर जाना पड़ता है वहां जल जीवन मिशन के तहत घर घर पानी की सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है लेकिन बड़कोट तहसील के पाली ग्राम पंचायत के बढ़ाता तोक में ग्रामीण आज भी आधा किमी दूर से पीठ पर तथा घोड़े, खच्चरों के माध्यम से पानी ढो रहे हैं।

बढ़ाता तोक मे 25 से 30 परिवार रहते हैं। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता महाबीर पंवार माही ने कहा कि आज 21वीं सदी में भी हमारे ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। पीने के लिए पानी घोड़े खच्चरों पर लादकर ला रहे हैं और गांव में जो शौचालय बने हुए हैं उनमें भी पानी न होने से ग्रामीण उन्हे प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने शासन/ प्रशासन से यहां शीघ्र पेयजल की सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।

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