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बागवानी क्षेत्र बंगाण के मैंजनी गांव में भारी पेयजल किल्लत, जल जीवन मिशन की योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट 

पत्रिका न्यूज नेटवर्क 

बंगाण, UTTARKASHI: बंगाण क्षेत्र के मैंजनी गांव में भारी पेयजल किल्लत बनी हुई है। यहां 40 वर्ष पूर्व निर्मित पेयजल योजना से आज भी पेयजल आपूर्ति की जा रही है जो कि प्रयाप्त नहीं है जिससे यहां ग्रामीणों को पेयजल की दिक्कत हो रही है।

यहां जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पेयजल योजना भी कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गई है। ग्रामीणों ने यहां शीघ्र पेयजल आपूर्ति न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

बंगाण क्षेत्र के सुदूरवर्ती मैंजनी गांव में गत कई वर्षों से पेयजल किल्लत बनी हुई है, ग्रामीण कई किमी दूर प्राकृतिक स्रोतों से पानी लाने को मजबूर है।

वर्ष 1984 में गड़ासना मैजनी के नाम से यहां 2.5 किमी पेयजल योजना का निर्माण किया गया था लेकिन विभाग द्वारा उचित रखरखाव न होने के कारण इस पेयजल योजना में भी तब भी पानी की समस्या रहती थी। शिकायत करने पर जल संस्थान किसी फिटर को भेज देते वह भी खानापूर्ति कर चला जाता। आज भी उसी लाइन से पानी चल रहा है।

अब यहां जल निगम जलमिशन के तहत गटाली मैंजनी 3 किमी लम्बी लाइन का निर्माण कर रहा है। प्रथम फेज का कार्य अधाअधूरा बेतरतीब लगभग पूरा हो गया है।द्वितीय फेज का कार्य टैंक बन गया है लेकिन पाइप नहीं बिछाए गए हैं क्योंकि वन विभाग एनओसी नहीं दे रहा है।

ग्रामीणों को उम्मीद थी कि जलमिशन कार्यक्रम से स्थिति सुधर जाएगी किन्तु प्रथम फेज का कार्य ही अधूरा पड़ा है। कोई देखने वाला नहीं है कि ठेकेदार गुणवत्तापूर्ण से कार्य करवा रहा है अथवा औपचारिकता ही निभा रहा है। द्वितीय फेज के कार्य की वन विभाग N.O.C नही दे रहा है। जब प्रथम फेज का ही कार्य ठीक से नही हुआ है तो द्वितीय फेज का कार्य कैसे होगा। विभाग इस ओर निष्क्रिय है। धरातल में कार्य कैसे हो रहा है इससे कोई मतलब नही। कमीशन खोरी पूरे चरम पर है। बलबीर सिंह रावत सेवानिवृत्त शिक्षक,मैंजनी गांव

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