
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
PUROLA, UTTARKASHI : क्षेत्र के गांवो में अधिकांश ग्रामीण खुल्ले आम आज भी अफीम की खेती कर रहे हैं। गत कई वर्षों से नारकोटिक्स विभाग की टीमों के भी क्षेत्र में न पहंचने के कारण इनके हौंसले बुलंद हैं। पुरोला पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीम ने केवल गांव में पहुंच कर करीब डेढ़ नाली भूमि पर तैयार पोस्त की फसल नष्ट की है।
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी के दिशा निर्देशन मे उत्तरकाशी पुलिस नशे का जड़ से खात्मा करने के लिए लगातार सक्रिय है, नशे के विरुद्ध पुलिस द्वारा जनपद में जंग “उदयन” छेड़ रखी है, जिसके तहत पुलिस एक ओर नशे के अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ नशे के आदि हो चुके युवकों की कांउसलिंग कर जीवन के मुख्यधारा से जोडने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुहिम उदयन के क्रम मे पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट सुरेन्द्र सिंह भण्डारी के निकट पर्यवेक्षण में गत दिवस पुरोला में पुलिस व प्रशासन की टीम द्वारा नशे की जड़ पर प्रहार करते हुए प्रतिबन्धित/अवैध नशे की खेती पर कार्रवाई की गई है। तहसीलदार बड़कोट धनीराम डंगवाल, थानाध्यक्ष पुरोला मोहन कठैत एवं प्रभारी एसओजी उत्तरकाशी प्रकाश राणा के नेतृत्व में पुरोला पुलिस, राजस्व विभाग व एसओजी उत्तरकाशी की संयुक्त टीम द्वारा एक सटीक सूचना पर पुरोला क्षेत्रान्तर्गत केवल गांव से करीब 1 किमी पहले भोर बागी छानी स्थित भूमि में छापेमारी कर प्रतिबन्धित अफीम / पोस्त की खेती का विनिष्टीकरण किया गया। इस दौरान पुलिस व राजस्व की टीम द्वारा करीब डेड नाली भू-भाग पर उगाई/पैदा की गयी अफीम की खेती नष्ट कर अफीम की पैदावार करने वाले 4 भूस्वामियों के विरुद्ध थाना पुरोला में NDPS Act की धारा 8/18 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
एसपी उत्तरकाशी द्वारा बताया गया कि जनपद के दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रतिबन्धित/अवैध नशे की खेती की लगातार सूचनाएं मिल रही हैं,गत दिवस पुरोला में पुलिस व राजस्व विभाग की टीम द्वारा अफीम की अवैध खेती को नष्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी और भी सूचनाएं हैं, जिसमें पुलिस टीम चिह्नीकरण का काम कर रही है, अवैध नशे की गतिविधियों में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
विवरण अभियुक्त गण-
1- रणवीर सिंह पुत्र सूरत सिंह
2- मनवीर सिंह पुत्र सूरत सिंह
3- नारायण सिंह पुत्र सियाराम
4- शूरवीर सिंह पुत्र सियाराम निवासी गण-ग्राम केवल गांव थाना पुरोला, उत्तरकाशी।
पुलिस टीम-
1- थानाध्यक्ष पुरोला मोहन कठैत
2- उनि निखिल देव चौधरी, चौ०प्र० डामटा
3- उ0नि0 देवेन्द्र सिंह पंवार
4- हे0का0 अब्बल सिंह
5- हे0का0 प्रवीन परमार
6- हे0का0 मनमोहन सिंह
7- कानि0 जबर सिंह
8- कानि0 रणवीर सिंह
9- कानि0 पूरन तोमर
10- एस०ओ०जी० टीम
राजस्व विभाग-
1- धनीराम डंगवाल (तहसीलदार बड़कोट)
2-राजस्व उपनिरीक्षक संगीता पंचौला
पूर्व में प्रत्येक वर्ष यहां नारकोटिक्स विभाग की टीमें पहुंच कर पोस्त की फसल को नष्ट कर देते थे लेकिन गत कई वर्षों से नारकोटिक्स विभाग की टीमें न पहंचने पर यहां तस्करों के हौसले बुलंद हैं हालांकि सभी लोग इसका उत्पादन अफीम के लिए नही करते हैं, कुछ लोग इसको अपने खानपान हेतु उपयोग करते हैं। इसके बीज को पीस कर स्थानीय डिस चावल से बने शिड़े के अंदर भरकर खाया जाता है। इसके बीज की चटनी भी बनाई जाती है लेकिन प्रतिबंधित होने के कारण इसका उत्पादन गैर कानूनी है। इसकी लत के कारण क्षेत्र में अधिकांश युवा नशेड़ी भी बन गए हैं।