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केदारकांठा बना देश का सबसे बेहतरीन विंटर ट्रैक, प्रति दिन पहुंच रहे हैं यहां सैकड़ों पर्यटक, ले रहे हैं प्रकृति का आनंद 

जगमोहन पोखरियाल

पुरोला, Uttarkashi: केदारकांठा ट्रैक पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है। यहां हर दिन देश, विदेश से पर्यटक पहुंच रहे हैं। इस वर्ष देर से बर्फबारी हुई है। इस बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले हुए हैं। इस साल की बर्फबारी के बाद सबसे पहले हिमालयन हाईकर्स कम्पनी के 25 सदस्यीय पर्यटक दल ने केदारकांठा (12500 फीट ) की चोटी पर पहुंचकर झंडा फहराया।

केदारकांठा ट्रैक उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के सांकरी सौड़ गांव के अन्तर्गत आता है। यह विश्वविख्यात पर्यटन स्थल गोविन्द वन्य जीव विहार/ राष्टीय पार्क क्षेत्र में स्थित है। अभी तक यहां लाखों की संख्या में टूरिस्ट पहुंच चुके हैं।

यहां हमेशा नवंबर माह से बर्फबारी शुरू हो जाती है लेकिन इस साल बर्फबारी देर से हुई है जिससे पर्यटकों की बांछे खिली हुई हैं। यहां करीब पांच फीट बर्फ पड़ी हुई है। इन दिनों यह क्षेत्र पर्यटकों से गुलजार है। प्रति दिन सैकड़ों पर्यटक यहां की खूबसूरती का आनंद लेने यहां पहुंच रहे हैं।

केदारकांठा ट्रैक साहसिक पर्यटन के साथ ही आध्यात्मिक भी है। केदारकांठा के संबंध में मान्‍यता है कि महाभारत के बाद पांडव जब अपने भाइयों की हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की शरण में जाने हेतु हिमालय की ओर निकले तो तब भगवान शिव वहां से अंतर्ध्यान होकर केदारकांठा पहुंचे थे लेकिन केदारकांठा चोटी के आसपास कई गांव होने के कारण वहां उनकी तपस्या में बाधा आ रही थी, कहा जाता है कि तब भगवान शंकर यहां से सीधे केदारनाथ धाम चले गए और वहां अंतर्ध्यान हो गए।

केदारकांठा ट्रैक प्रथम दिवस सांकरी से शुरू होकर जुड़ा का तालाब, दूसरे दिन तालखेत्रा बेस कैंप, और तीसरे दिन केदारकांठा टॉप करके अरगांव कैंप पहुंचा जाता है और अगले दिन वापस सांकरी पहुंचते हैं।

इस साल बर्फबारी प्रथम सप्ताह फरवरी माह में हुई और काफी अच्छी मात्रा में हुई जो पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों और स्थानीय होम स्टे और होटल कारोबारियों के लिए वरदान साबित हुई है। इस साल की भारी बर्फबारी के बाद सबसे पहले हिमालयन हाईकर्स टीम ने केदारकांठा (12500 फीट ) की चोटी पर अपना ग्रुप लेकर झंडा फहराया। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। क्योंकि 5-6 फीट बर्फ में रास्ता खोलना किसी चुनौती से कम नहीं था जब कोई भी कंपनी अपने टूरिस्ट को बेस कैंप से ऊपर नहीं ले जा पा रहा थी ऐसे समय में स्थानीय टूरिस्ट कंपनी हिमालयन हाईकर्स ने यह करके दिखाया। इस ग्रुप में 25 पर्यटक रोनित राज, अभिषेक मेहता, अजय कुमार, हर्षित, रोशमी, गामी विशाल , मोमिना बेगम आदि और गाइड हिमालयन हाईकर्स के सचिव चैन सिंह रावत, कमलेश रावत (डेविड), अर्जुन राणा, धनेश राणा, आलोक, सुरेश नौटियाल, जोगेंद्र आदि शामिल थे।

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