
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोला UTTARKASHI, क्षेत्र के प्रसिद्ध नागराज मंदिर से गाजे बाजे के साथ नगर में भव्य कलश यात्रा का आयोजन करने के साथ ही यहां श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हो गया है।
पुरोला नागराज मंदिर में विशाल संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया है। जिसकी शुरुआत शुक्रवार को कलश यात्रा के साथ हुई। कथा 1 बजे से लेकर 5 बजे तक आयोजित की जा रही है।
प्रसिद्ध कथावाचक यमुना पुत्र सुरेश उनियाल ने भागवत प्रसंग की शुरूआत भागवत के प्रथम श्लोक, सच्चिदानन्द रूपाय विश्वोत्पत्यादि हेतवे तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयम नुमः वासुदेवसुतं देवम् कंसचाणूमर्दनम् देवकीपरमानंदम् कृष्णम् वंदे जगदगुरुम् से की। उन्होंने कहा कि भागवत के प्रथम श्लोक में भगवान की लीलाओं का वर्णन किया गया है। भागवत को समझना भगवान को समझने के बराबर है।
उन्होंने कहा कि भागवत रूपी यह कथा पंडाल ज्ञान का एक स्कूल है, यह कथा पंडाल सिखाता है कि जीवन कैसे जीना चाहिए।
उन्होने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीव का कल्याण हो जाता है।
इससे पूर्व नागराज मंदिर के पौराणिक नागराज कुंड(जल स्रोत) का मटिया महासू महाराज ने अपने पश्वा पर अवतरित होकर उद्घाटन भी किया। इस कुंड का अभी हाल में नागराज मंदिर समिति ने जीर्णोद्धार किया था।
इस अवसर पर मुख्य पुजारी मंगल मोहन नौडियाल, पंडित विजय प्रसाद उनियाल, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी, सुश्री सुषमा स्वराज, व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन चौहान, डाक्टर राधेश्याम बिजल्वाण, चंद्रशेखर नौटियाल, बृजमोहन चौहान, ओमप्रकाश नौडियाल, प्रकाश कुमार, मंदिर समिति के मुख्य संयोजक भद्री प्रसाद नौडियाल, अध्यक्ष मदन नेगी, सचिव जयवीर रावत, ब्रजमोहन चौहान, ललिता राणा, रामप्यारी, मंजु, रेखा, ममता मौजूद थे।