उत्तराखंड

लोक सभा चुनाव हेतु जिले में ईवीएम और वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) प्रारंभ

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

उत्तरकाशी। आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन के संपादन हेतु जिले में उपलब्ध ईवीएम और वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) की कार्रवाई कड़े सुरक्षा इंतजामों को बीच प्रारंभ हो गई है। इसके साथ ही जिले में निर्वाचन से संबंधित विभिन्न थीमों पर मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी एक साथ पांच स्थानों पर संचालित किया जा रहा हैै। यह प्रशिक्षण सत्र दो दिनों तक आयोजित होंगे।

जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक रूहेला ने जिला मुख्यालय स्थित ईवीएम वेयर हाऊस में जिले में उपलब्ध ईवीएम और वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) प्रारंभ करवाते हुए इस कार्य में तैनात कार्मिकों को सख्त हिदायत दी कि भारत निर्वाचन आयोेग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए एफएलसी की प्रक्रिया को तय नियमों व प्रक्रिया के अनुसार समयबद्ध तरीके से संपादित किया जाय। इस कार्य में पूरी पारदर्शिता बरतने के साथ ही तय सुरक्षा हिदायतों का भी पूरा अनुपालन किया जाए।

इस मौके पर अपर जिलाधिकारी एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी तीर्थपाल सिंह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश मोहन राणा सहित एफएलसी हेतु तैनात अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा विभिन्न मान्यताप्राप्त राजनैतिक दलों के अधिकृत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। जिला प्रशासन के द्वारा एफएलसी केन्द्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। डयूटी पास या अधिकृत प्रवेश पत्र के बिना किसी भी व्यक्ति को वेयर हाऊस परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है और प्रवेश के दौरान सभी व्यक्तियों को कड़ी सुरक्षा जांच की जा रही है और परिसर में मोबाईल फोन तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लेकर प्रवेश पर भी सख्ती से पाबंदी लागू की गई है। एफएलसी की कार्रवाई 12 सितंबर तक चलेगी।

चुनाव कर्मियों के क्षमता संवर्द्धन को लेकर भी जिले में जिला एवं विधानसभा क्षेत्र स्तर पर नियुक्त मास्टर ट्रेनर्स का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी आज से प्रारंभ हो गया है। जिला कार्यालय सभागार, ऑडीटोरियम, कालिंदी गोष्ठी कक्ष और राजकीय पॉलीटेक्नीक में बनाए गए पॉंच केन्द्रों पर आज सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम (स्वीप), निर्वाचक नामावली, ईवीएम व वीवीपैट, निर्वाचन सामग्री तथा चुनावी व्यय की निगरानी से संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये गए।

जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने सभी प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण कर मास्टर ट्रेनर्स से प्रशिक्षण की विषयवस्तु का गंभीरता से अध्ययन करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि चुनाव ड्य्टी में तैनात किए जाने वाले कार्मिकों को प्रशिक्षित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मास्टर ट्रेनर्स पर है, लिहाजा उन्हें निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मैनुअल्स के अनुसार चुनाव से जुड़ी सभी तैयारियों और व्यवस्थाओं के संबंध में अपडेट रहकर अन्य कार्मिकों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए तत्पर रहना होगा। उन्होंनें मतदाता जागरूकता और वोटर टर्नआउट बढाने के लिए स्वीप कार्यक्रम के तहत स्थानीय परिस्थितियों व परिवेश को ध्यान में रखते हुए नए व कारगर तरीके अपनाए जाने पर भी जोर दिया।

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