
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मोरी। गत दिनों हुई भारी बारिश से विकासखंड के अधिकांश मोटर मार्ग अभी भी बंद पड़े हुए हैं। आराकोट क्षेत्र में लोग चट्टानों के सहारे आवाजाही करने को मजबूर हैं। हरकीदून क्षेत्र के ढाटमीर, गंगाड़, ओसला, पंवाणी और तालुका आदि गांव के ग्रामीण पिछले 10 दिनों से बिना लाइट के जीवन यापन कर रहे हैं। सांकरी तालुका, नैटवाड़ दोणी मोटर मार्ग पर भी जगह जगह मलबा आने से एक सप्ताह से बंद पड़े हुए हैं। पिछले 3 दिनों से क्षेत्र में मौसम एक दम साफ है लेकिन अभी तक सड़के आवागमन हेतु नही खोली गई हैं।
विकासखंड के अधिकांश क्षेत्रों में बीएसएनएल का टावर भी काम नही कर रहा है जिससे ग्रामीण दूरसंचार सेवा से भी वंचित हैं। गत दिनों हुई भारी बारिश से बंगाण क्षेत्र के अधिकांश मोटर मार्ग जगह, जगह मलबा आने एवं दीवाल टूटने से बंद हो गए हैं। आराकोट चीवा, चीवा मौंडा, दुचाणू किराणू, बरनाली झोटाणी, डगोली माकुड़ी एव॔ नैटवाड़ दोणी, सांकरी तालुका मोटर मार्ग गत एक सप्ताह से बंद पड़े हुए हैं। यहां ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं। आराकोट क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि आपदाग्रस्त क्षेत्र आराकोट में करोड़ों रूपये लागत से पीएमजीएसवाई, लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों एवं सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं लेकिन कार्यो की गुणवत्ता सही न होने के कारण एक बरसात से ही अधिकांश बाढ़ सुरक्षा कार्य बह गए हैं कई स्थानों से सड़कों की दीवारें टूट गई हैं। उन्होने बताया कि मोटर मार्ग बंद होने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर यहां आवाजाही करने को मजबूर हैं।
पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजपाल रावत ने बताया कि सांकरी तालुका मोटर मार्ग एक सप्ताह से बंद पड़ा हुआ हैं। हरकीदून घाटी के ओसला, ढाटमीर, पंवाणी, गंगाड़, तालुका में 10 दिन से विद्युत आपूर्ति ठप है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य रोजी सिंह सौंदाण ने बताया कि नैटवाड़ दोणी मोटर मार्ग भी कई स्थानों पर मलबा आने से अवरूद्ध हैं। उन्होने कहा कि दोणी पीसा झूला पुल के सुरक्षा ब्लॉक बाढ़ में बहने से यहां पुल को भी खतरा बना हुआ है।