
पत्रिका ब्यूरो
पुरोला। सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा एव॔ सचिव मुख्यमंत्री/आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पाण्डेय ने पुरोला नगर के आपदाग्रस्त वार्ड न0 3 व 4 का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होने संबंधित विभागों को प्राथमिकता के आधार पर पुनर्निर्माण के कार्यो को त्वरित गति से करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने डीएम को निर्देश दिए कि आपदा के कार्यो में लापरवाही बरतनें वालो के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होने आपदाग्रस्त क्षेत्र रतेड़ी, कुफारा, कुरड़ा का हवाई सर्वेक्षण भी किया लेकिन रतेड़ी गांव के ग्रामीणों का कहना है कि उनके यहां कोई भी हवाई सर्वेक्षण नही किया गया।
गत शुक्रवार रात्रि को यहां कुरड़ा गांव के ऊपर बादल फटने से छाड़ाखड्ड ने भारी तबाही मचाई थी। जिससे नगर के वार्ड न0 3 व 4 में कई आवासीय एवं व्यवसायिक भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस अतिवृृष्टि से रतेड़ी गांव की कई हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी। यहां करीब 6 परिवार भूमिहीन हो गए है। इस आपदा से रतेड़ी से लेकर सुनार छानी तक करीब एक दर्जन गांवों की कई हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह होने के साथ ही पेयजल योजना, विद्युत लाइन, सम्पर्क पुलिया आदि क्षतिग्रस्त हो गए थे । सोमवार को सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा, सचिव मुख्यमंत्री/कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय ने नगर के आपदाग्रस्त वार्ड न03 व 4 छाड़ाखड्ड का भ्रमण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आपदा कार्यों मे तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके बाद यहां विकासखंड सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक में आपदा सचिव ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुई परिसंतियों के पुनर्निर्माण हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को आगणन भेजने को कहा।

उन्होने कहा कि आपदा से हुई कृषि क्षति का मुआवजा दिया जाएगा। आपदा के कार्यों हेतु बजट की बाधा नही आएगी। उन्होने कहा कि पैसे का सही उपयोग हो, इसका उतरदायित्व हम सभी का है। आपदा सचिव ने कहा कि क्षेत्र के गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों को हायर सेंटर रेफर करने हेतु हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी को इसकी सूचना देने पर शीघ्र हेलिकॉप्टर उपलब्ध करा दिया जाएगा। विधायक दुर्गेश्वर लाल ने जोशीमठ आपदा की तर्ज पर यहां की आपदा को घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि आपदा की मुआवज़ा राशि में भी बढ़ोत्तरी होनी चाहिए। उन्होने लोनिवि एवं पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विधानसभा के सेब बागन क्षेत्र के मोटर मार्ग शीघ्र सुचारू किए जाए। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुई कास्तकारों की खेती का मुआवज़ा देने, केसीसी ऋण माफ करने की मांग भी की है।

नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी ने कहा कि गत वर्ष आपदा से कुमोला रोड़ में आठ दुकानें बह गई थी लेकिन किसी भी प्रभावित को मुआवजा नही दिया गया । उन्होने कहा कि नगर पंचायत ने भी आपदा से संबंधित 19 प्रस्ताव शासन को भेजे थे लेकिन एक पैसा भी नही मिला। अध्यक्ष ने कहा कि कुमोला खड्ड में बाढ़ सुरक्षा कार्य न होने के कारण इस वर्ष वहां अतिवृष्टि से और कटाव हो गया है जिससे कई भवन खतरें की जद में है। नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जब तक कमलनदी सहित नगर के सभी गदेरों/खड्डों के दोनों साइट से आरसीसी कार्य नही किया जाता है तब तक यहां कटाव को रोकना मुश्किल है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एसडीएम देवानंद शर्मा, बड़कोट जितेंद्र कुमार, ब्लाक प्रमुख रीता पंवार, भाजपा जिला महामंत्री पवन नौटियाल, मंडल अध्यक्ष जगमोहन पंवार आदि मौजूद थे।