
जगमोहन पोखरियाल
पुरोला। मोरी ब्लाक के गोविन्द पशु विहार क्षेत्र में करीब 28 ट्रैक रूट, बुग्याल, ताल, झील, आदि प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, जहां हर वर्ष हजारों पर्यटक पहुंचते है लेकिन यहां कोई भी ढांचागत सुविधाएं न होने के कारण पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पर्यटन व्यवसाय का यहां ये आलम है कि अभी तक यहां वर्षांत के समय क्षतिग्रस्त हुए ट्रैक मार्गों की मरम्मत तक नहीं की गई हैं, जिससे यहां पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आजकल यहां लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमीं का भी एक 23 सदस्यीय दल ट्रैकिंग पर है।

मोरी ब्लाक के सांकरी क्षेत्र में हरकीदून, केदारकांठा,भराड़सर, देवक्यारा बुग्याल, रूपीन, सुपीन ट्रैक, ब्लैक पिक, रूइंसारा ताल, रूपिन दर्रा सांगला, सरूताल पांछूकांडी, बंदर पूंछ सहित करीब ढाई दर्जन से भी अधिक प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में हर वर्ष हजारों पर्यटक पहुंचते है लेकिन सरकार की ओर से यहां कोई भी ढांचागत सुविधाए न होने के कारण पर्यटकों को मायूस होना पड़ता है।
ब्लाक का सांकरी कस्बा एवं सौड़ गांव पर्यटकों का बेस कैम्प बन चुका है। यहां भारी मात्रा में होटल, होम स्टे आदि बन चुकें है लेकिन बैंक, एटीएम,शौचालय एवं पार्किंग की सुविधा न होने से पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

पर्यटकों की संख्या का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि नए साल शुरू होने के हफ्तों पहले से ही यहां के होटल, होम स्टे आदि बुक होने लग जाते हैं। नव वर्ष मनाने एवं बर्फबारी का आनंद लेने के लिए दिसम्बर माह में भारी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते है। गर्मियों में भी यहां पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होता है।
सांकरी से केदारकांठा 9 किमी का ट्रैक रूठ है यहां सांकरी से चलने के बाद 2किमी दूर सबसे पहले पोसला नामक स्थान पर मैगी प्वाइंट बनाया गया है। यहां से 1किमी दूर जैनोल थाच में पर्यटकों के ठहरने हेतु प्रथम पड़ाव है। यहां पर रात्रि विश्राम करने के बाद पर्यटक दूसरे दिन 2 किमी दूर जूड़ाताल दूसरे पड़ाव तक पहुंचते है। यहां पर एक बड़ा ताल है। यहां से केदारकांठा करीब 4 किमी दूर है। देहरादून से मसूरी, डामटा, नौगांव, पुरोला, मोरी होते हुए यहां पहुंचा जा सकता है। देहरादून से सांकरी 197किमी दूर है।
इसी प्रकार हरकीदून जाने के लिए 10किमी सांकरी से तालुका मोटर मार्ग है। तालुका से हरकीदून 27किमी का ट्रैक है। यहां पहला पड़ाव तालुका से 13किमी दूर पैदल ओसला गांव है ओसला गांव में गढ़वाल मंडल विकास निगम एवं वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के पर्यटक आवास गृह बनें हुए है। दूसरे दिन यहां से 14किमी ट्रैक कर हरकीदून पहुंच जाते है।
—- गत सात, आठ वर्ष से यहां पर्यटकों की आवाजाही बढ़ीं है और इतने कम समय में यहां करीब ढाई दर्जन से भी अधिक पर्यटक स्थल देश विदेश में ख्याति प्राप्त कर चुके है। यहां आने वाले पर्यटकों मे सबसे अधिक टूरिस्ट केदारकांठा ट्रैक जाना पसंद करते है लेकिन ढांचागत सुविधाए न होने के कारण पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पर्यटन विभाग द्वारा यहां कहीं भी साइनबोर्ड तक नहीं लगाए गए हैं और ना ही कहीं डस्टबीन की व्यवस्था की गई है। खच्चरों का भी यही रूठ होने के कारण बारिश के समय यहां भारी कीचड़ हो जाता है। सांकरी में एटीएम, बैंक, शौचालय एवं पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण भी पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़कों एवं ट्रैक मार्गो के यहां बुरे हाल है। मोरी सांकरी मोटर मार्ग में गड्डे होने के कारण भी पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ती है। बर्षात के समय अधिकांश ट्रैक मार्गों पर भूस्खलन, मलबा आदि आ गया था लेकिन अभी तक इन मार्गों की मरम्मत तक नही की गई है।
चैन सिंह रावत सचिव हरकीदून प्रोटेक्शन एंड माउंनटेनिरिंग एसोसिएशन सांकरी।