
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुरोलाuttarkashi: पुरोला नगर पालिका का यह पहला चुनाव है। वर्ष 2013 में यहां पुरोला नगर पंचायत का गठन हुआ था तब से लेकर अब तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। यहां सभी प्रत्याशियों ने अपना प्रचार प्रसार तेज कर दिया है, सभी प्रत्याशी डोर-टू-डोर कैंपेनिंग कर रहें हैं। इस समय यहां भाजपा, कांग्रेस सहित पांच प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन अब नगर पालिका बन गई है देखना होगा कि अब यह सीट किस के पाले में जाती है।
उत्तरकाशी जिले की पुरोला नगरपालिका जनपद की नई पालिका है। पांच मार्च 2024 को मुख्यमंत्री ने बड़कोट में आयोजित एक जनसभा में इसकी घोषणा की थी। इससे पूर्व यहां 2012 में नगर पंचायत की स्थापना की गई थी। पुरोला की जनता ने नगर पंचायत के लिए साल 2013 में पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था। उस समय यहां से कांग्रेस के प्यारे लाल हिमानी नगर पंचायत के पहले चेयरमैन चुने गए थे। वर्ष 2018 के चुनाव में यहां कांग्रेस के हरिमोहन नेगी ने बाजी मारी थी।
नगर पालिका बनने के बाद पहली बार पुरोला में पालिका चुनाव हो रहे हैं, ऐसे में यह चुनाव और भी खास हो जाता है। यहां प्रमुख तौर पर हमेशा से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी एवं निर्दलीय में मुकाबला रहा है।
इस समय चुनाव में यहां से भाजपा के प्यारे लाल हिमानी, कांग्रेस के बिहारी लाल शाह, भाजपा के बागी निर्दलीय अमीचंद शाह, प्रकाश डबराल एवं हरिमोहन जुवांठा मैदान में हैं। देखना यह है कि जीत का ताज किसके सिर सजता है।
करोड़ों की योजनाएं हुई थी विलोपित
वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 15 योजनाओं को यहां विलुप्त किया गया था जिसमें बड़ी, बड़ी पार्किंग भी शामिल है। यदि ये योजनाएं विलुप्त नही होती तो यहां पार्किंग का निर्माण होने से जाम का कुछ हद तक समाधान हो जाता। इन योजनाओं के विलुप्त होने से यहां लोगों में रोष व्याप्त है।
जाम की समस्या है सबसे बड़ा मुद्दा
नगर में जाम की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा है। यहां नगर के कुमोला रोड़, मोरी रोड़ में हर समय जाम का झाम लगा रहता है। इस जाम में कई बार 108 आपातकालीन सेवा भी यहां घंटों तक फंसी रहती है इसके साथ ही यहां पेयजल की भी किल्लत बनी हुई है।
पूर्व में नगर पालिका अध्यक्ष पद था महिलाओं के लिए आरक्षित
पुरोला नगर पालिका अध्यक्ष पद पूर्व में सामान्य महिलाओं हेतु आरक्षित कर दिया गया था। इसमें किसी ने भी आपत्ति दर्ज नही की थी और 23दिसंबर को सामान्य महिला सीट समाप्त कर इसे अनुसूचित जाति पुरुष के लिए आरक्षित कर दिया गया और उसी दिन आचार संहिता भी लागू कर दी गई। आपत्ति दर्ज करने का समय तक नही दिया गया, जिसको लेकर यहां एक वर्ग विशेषकर महिलाओं में नाराज़गी है।
अब तक के चुनाव परिणाम
वर्ष 2013
1- कांग्रेस 998 मत
2- भाजपा 734 मत
3- निर्दलीय 530 मत
वर्ष 2018
1- कांग्रेस 1163 मत
2- निर्दलीय 1089 मत
3- भाजपा 777 मत