
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
उत्तरकाशी । जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने आज दिनभर जनपद आपातकालीन परिचालन केंद्र की कमान थामे रखते हुए जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान से उत्पन्न आपदा की स्थिति के प्रबंधन एवं प्रभावितों को राहत पहुंचाने हेतु जिले के विभिन्न स्थानों पर संचालित कार्यों की निगरानी व निर्देशन किया।
आपदा नियंत्रण कक्ष से जिलाधिकारी ने विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों से भी सम्पर्क साध कर अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली और प्रभावितों की मदद के बारे में वार्ता की। जिलाधिकारी ने घटना स्थलों पर मौजूद सभी उप जिलाधिकारियों से मौजूदा स्थिति का अपडेट लेते हुए राहत कार्याे गति को निरंतर तेज बनाये रखने और अधिकाधिक प्रभावितों को आज ही सहायता राशि वितरित करने और बााधित आवश्यक सेवाओं को तत्काल सुचारू किए जाने के निर्देश दिए गए।

जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार उप तहसील धौंतरी के अंतर्गत ग्राम धौंतरी में भूस्खलन व मलबा आने से 04 परिवारों के आवासीय भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुये हैं, जिन्हें तत्कालिक राहत राशि दिए जाने की कार्यवाही गतिमान है। खेतो में भी मलबा आया है। प्रा.स्वास्थ केन्द की दीवार क्षतिग्रस्त हुई है। जन-धन की हानि नहीं है। उप जिलाधिकारी, डुण्डा सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेने के साथ ही राहत कार्यों की कमान संभाली । यहां पर रातलधार 11 केवी फीडर में 04 विद्युत पोल तथा 600 मीटर लाइन क्षतिग्रस्त हुई थी जिसकी मरम्मत का काम चल रहा है। यहां पर उत्तरकाशी -लंबगांव मोटर मार्ग मलबे से बंद हो गया था जिसे दोपहर तक खोल दिया गया था।

तहसील तहसील बडकोट के अन्तर्गत गंगनानी के राष्ट्रीय राजमार्ग का 30 मीटर भाग मलबा आने के कारण प्रभावित हुआ है। यहां पर 04 व्यवसायिक भवनों तथा 19 आवासीय भवनों में मलबा व पानी भर गया था। आवासीय भवन आंशिक क्षतिग्रस्त होने के कारण तत्कालिक राहत राशि मौके पर ही वितरित कर दी गई है। गंगनानी में 01 गौशाला क्षतिग्रस्त होने से एक गाय बछड़े की मृत्यु हुई है । कस्तूरबा गांधी विद्यालय गंगनानी के परिसर में भी बरसाती पानी व मलबा आ गया था वहां पर एस.डी.आर.एफ. तथा अग्निशमन की राहत-बचाव टीम रात से ही तैनात है। राजस्तर तथा स्यानाचट्टी आदि क्षेत्र में लगभग 40 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। समाचार भेजे जाने तक यमुनोत्री धाम में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। स्यानाचट्टी में 33 के.वी. की लाइन बहाल कर दी गई है और 11 के.वी. की लाइन पर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।

तहसील पुरोला के अन्तर्गत छाड़ा खड्ड क्षेत्र में भूमि कटाव से लगभग 100 नाली भूमि को नुकसान पहुंचा है और 15 व्यवसायिक भवनों में जल भराव होने के साथ ही 8 आवासीय भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस क्षेत्र में 01 बाइक एवं 01 कार नदी में बहने की सूचना है। इसके अतिरिक्त 04 पैदल पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं। अतिवृष्टि से क्षेत्र में अनेक सड़कों, पेयजल लाइनों को भी नुकसान पहुंचा है। बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होने के कारण गुन्दियाटगांव एवं मोरी क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी, विद्युत आपूर्ति बहाली हेतु लाइन की मरम्मत का काम तेजी से चलाया जा रहा है और पुरोला क्षेत्र में आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग विकास नगर-यमुनोत्री के बीच कुथनोर, रानाचट्टी, राजस्तर, व नैनबाग यमुनापुल व छटांगा के पास अवरूद्ध था जिसे प्रातः 10 बजे तक खोल दिया गया था। डाबरकोट में लगातार पत्थर गिर रहे हैं तथा गंगनानी में मलबा आया है जिसे खोलेने का काम जारी है। भूस्खलन के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू-बड़कोट के बीच धरासू बैंड के पास, कल्याणी, अचानक होटल, महरगांव एवं सिलक्यारा आदि जगहों पर अवरुद्ध हो गया था, इन सभी जगहों पर यातायात बहाल करा दिया गया है।
जिले में 50 ग्रामीण सड़कें, 04 राज्य मार्ग एवं 03 मुख्य मार्ग प्रभावित हुए हैं। अधिकांश जगहों पर यातायात बहाल किया जा चुका है। गंगोत्री राजमार्ग पर सुबह से ही यातायात सुचारू है।